चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ धन निर्धन को देत सदाहीं । जो कोई जांचे वो फल पाहीं ॥ अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन https://shivchalisas.com